जिले में छठ पर्व का उत्साह.
छठ पर्व के लिए घाटों की गई साफ-सफाई ।
संवाददाता।माजरी
छठ महाव्रत के चारदिवसीय अनुष्ठान के लिए घरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। व्रती इस दौरान तन-मन से स्वच्छ होकर पूरी शुद्धता के साथ छठी मइया की पूजा करेंगे। लोक आस्था का महापर्व छठ महाव्रत का चार दिवसीय अनुष्ठान आज से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। पर्व को लेकर व्रतियों के साथ ही घरों में अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई है। छठ करने वाले लगातार 36 घंटों तक उपवास रखते हैं।
छठ पूजा के शुभ अवसर पर सूर्य देव और उनकी पत्नी उषा, प्रत्युषा की विधिपूर्वक उपासना करने का विधान है। मान्यता है कि पूजा करने से जातक को छठी मैया की कृपा प्राप्त होती है। हर साल छठ पर्व और भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार छठ का महापर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है। इस खास मौके पर छठी मैया की विधि-विधान से पूजा की जाती है। छठ पूजा के दौरान चार दिनों तक सूर्य देव की विशेष पूजा करने की परंपरा है। सेवा के दौरान साफ-सफाई और पवित्रता पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
छठ पूजा के पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है। वहीं, इस त्योहार का समापन सप्तमी तिथि पर होता है। ऐसे में छठ महापर्व 05 नवंबर से लेकर 08 नवंबर तक मनाया जाएगा।
!! छठ पर्व कैसे मनाया जाता है?!!
* छठ पर्व के पहले दिन नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत होती है। इस विशेष अवसर पर पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन महिलाएं दिन में एक बार भोजन करती हैं।