महाराष्ट्र सुरक्षा बल भी फेल , तीन माह से रात्रि गश्त का वाहन नदारद।।
सुरक्षा बलो और चोरो की मिलीभगत से वेकोलि को हर साल लाखो रुपये का चूना।
संवाददाता।माजरी
वेकोलि माजरी क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से पुरानी कोयला खदानों के बंद होने तथा पुराने बेकार मशीन , उपकरणों पर ध्यान नहीं देने से कबाड़ चोर गिरोह सक्रिय हो गए हैं . इस चोरी में वेकोलि के सुरक्षा कर्मियों के साथ- साथ महाराष्ट्र सुरक्षा बल के जवानों की भी भूमिका पर सवाल उठ रहे है . इन सुरक्षा कर्मियों की कबाड़ चोरी करने वाले सरगनाओं से गठजोड़ और गलबहियां और चायटपरियों पर देखी जा सकती है . जिले में करीब दो दर्जन से अधिक कोयला खदाने हैं . इन खदानों में बेकार पड़ी मशीनों को संगठित गैंग के माध्यम से निशाना बनाना शुरू कर दिया है . दूसरी ओर हालत यह है कि माजरी क्षेत्र में रात के गस्त के लिए सुरक्षा विभाग के पास अपना वाहन ही नहीं है . नियम के अनुसार खदान परिसर में एक भी कबाड़ व्यवसायी का दुकान नहीं होना चाहिए . लेकिन हर गली मोहल्ले में अनाधिकृत रूप से चोरी छुपे कबाड़ खरीदने का काम शुरू है . ये व्यवसायी बाद में मोटे मुनाफे पर अपने आकाओं को माल बेच देते हैं . कोयला खदानों के अंदर आधिकृत रूप से किसी भी व्यक्ति के प्रवेश करने पर पाबंदी है , लेकिन खदानों के अंदर सुरक्षा कर्मियों के तैनाती के बाद भी कबाड़ चोर बेझिझक परिसर में घूमते हुए मिल ही जाएंगे . इस तरह दिया जाता है अपराध को अंजाम कबाड़ चोरी करने के लिए सबसे पहले नाबालिग युवाओं और महिलाओं को तैयार किया जाता है . फिर ये सभी अलग – अलग समूह बना कर कोयला खदानों में दिन में घूमकर रेकी करते हुए कुछ लोहा या कोयला चोरी कर ले आते हैं . उसके बाद बड़े गिरोहों का काम शुरू हो जाता है . रेकी किए गए जगहों का मुआयना करने पर बड़े पैमाने पर लोहे की चोरी करने के लिए ग्रुप सक्रिय हो जाता हैं . जबकि चोरी रोकने के लिए ही महाराष्ट्र सुरक्षा बल के जवानों को प्रति वर्ष करोड़ों खर्च कर वेकोलि परिसर में तैनात किया गया . लेकिन उनकी सुरक्षा भी फेल होते दिखाई दे रही है। थोरात वेकोलि माजरी क्षेत्र के सुरक्षा विभाग प्रमुख एल.एस. थोरात ने कहा की वाहन नहीं है, सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की जरूरत है। वेकोलि माजरी क्षेत्र में चोरी करने से रोकने गए सुरक्षा कर्मी के ऊपर ही चोरों ने हमला कर सुरक्षा कर्मी को घायल कर दिया . कुछ माह से रात की गश्त के लिए वाहन ही नहीं है सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने की जरूरत है