माजरी :- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने दूसरी सूची की घोषणा कर दी है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने विधानसभा के लिए 45 नामों की दूसरी सूची की घोषणा की है. जिसमे प्रवीण सूर को वरोरा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है.यह पूर्व जिला परिषद सदस्य भी रह चुके हैं. इनके द्वारा माजरी-पाटाला जिला परिषद क्षेत्र में विकास भी देखने कों मिला हैं. वरोरा-भद्रावती विधानसभा में इनकी जमीनी स्तर पर लोगो से अच्छी पैठ हैं. क्षेत्र आनेवाले गावों के सामाजिक कार्यों और विकास कों लेकर के इनका योगदान हमेशा से रहा हैं
संघर्ष से सफलता तक सफ़र…..
कर्मवीर विद्यालय माजरी से 10 वीं उसके बाद स्नातक तक की शिक्षा आनन्द निकेतन महाविद्यालय वरोरा से प्राप्त किया. पैतृक गाँव-झोला बस्ती ता. वणी जिला यवतमाल प्रवीण सुर का बचपन अत्यन्त ही गरीबी में गुजरा अपने चार भाइयों में दूसरे क्रम के सरल व हंसमुख स्वभाव इनका प्रमुख आकर्षण है. बचपन बेहद गरीबी और संघर्षपूर्ण बिता. प्रवीण सुर ने समाचार पत्र वितरण, जिनिंग मिल में चौकीदार, कंडक्टर, पेंटिंग, दुग्ध व्यवसाय, दैनिक आरडी कलेक्शन, एलआईसी एजेंट आदि का कार्य करते हुए बचपन से सामाजिक उपक्रम के तरफ उन्मुख हुए, बड़े भाई नन्दू के मृत्यु के बाद युवावस्था में पारिवारिक बोझ को संभालना सबसे मुश्किल कार्य था. जिसके बाद सहकारी पत्त संस्था की स्थापना कर अवैध साहूकारी से मुक्ति दिलाते हुए अनेक युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया, प्रतिवर्ष 400 लोगों को कर्ज वितरित कर रोजगारोन्मुख बनाने का कार्य किया. राजनीति और सामाजिक उपक्रम के तरफ कदम बढ़ाया. नन्दू सुर की हत्या मनसे चन्द्रपुर जिलाध्यक्ष पद पर रहते ही हुई, क्षेत्रीय युवाओं के आग्रह पर राजनीतिक ककहरा न जानने वाले प्रवीण सुर ने मनसे पार्टी के तरफ से वरोरा- भद्रावती विधानसभा प्रमुख पद का जिम्मेदारी सम्भालते हुए स्वर्गीय नन्दू भाऊ स्मृति प्रित्यर्थ ट्रस्ट की स्थापना कर मनसे प्रमुख राजसाहब ठाकरे के हाथो 24×7 एम्बुलेंस का लोकार्पण कर रक्तदान शिविर, मुफ्त नेत्र उपचार व चश्मा वितरण, प्रतिवर्ष 50 विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्रीआदि का कार्य करते हुए जोकिअब भी बदस्तूर जारी है. जिलापरिषद क्षेत्र से 2017 में निर्दलीय चुनाव लड़कर साढ़े तीन हजार से भी अधिक मतों से चुनकर आने के ब बाद अपने क्षेत्र में पान्धन रास्ते, हाईमास्ट लाईट, सार्वजनिक स्थानों पर सीमेंट बेंच, श्मशान भूमि सौंदर्गीकरण, रोड, नाली-गली, समाजभवन, आदि निर्माण के साथ ही धार्मिक क्षेत्रों के विकास कार्य में अपना योगदान देकर स्थानिकों में अपनी विश्वास दर्ज कराया है. सामाजिक और राजनीतिक बन्धुत्व के भावना के अनुरूप परिपक्वता से अपने सराहनीय कार्यों का यात्रा अब भी जारी कर कुछ नया कर दिखाने का जज्बा लिए अपने कदम को अग्रेसित कर सभी प्रतिद्वंद्वियों को अब तक तो पीछे ही छोड़ा है.