15 दिनों में मांगो को पूरा नही करने पर दी तीव्र आंदोलन की चेतवानी।
संवाददाता।।माजरी
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्मित एनएच क्र.930 वणी वरोरा महामार्ग को आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. जिसको लेकर के पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रवीण सुर के नेतृत्व में गुरुवार को 20 किलोमीटर के दायरे में बसे माजरी, कुचना, सेंबल, नागलोन, पटाला, रालेगांव, मनगांव, थोराना, नंदोरी,चालबर्डी, पलसगांव, बिसलोन गावों के टोल माफ करने के लिए सैकड़ो की तादाद में वाहनों और नागरिकों द्वारा सेंबल में बने टोल नाके पर आंदोलन कर निवेदन दिया गया। इस आंदोलन में वरोरा के पुलिस निरीक्षक अमोल कचोरे , माजरी के सहायक पुलिस निरीक्षक अजित सिंग देवरे, वरोरा के सहायक निरीक्षक सचिन मुसडे तथा उनकी टीम द्वारा भारी बन्दोबस्त के बीच आंदोलन शांतिपुंर्ण रहा। जिसमे स्थानीय व व्यवसायिक वाहनों का आधार कार्ड के अनुसार टोल माफ करने तथा तीन प्रमुख मुद्दों को पूरा करने और स्थानीय लोगो को टोल नाके पर रोजगार देंने की मांग की गयी।
ज्ञातव्य है कि,राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्मित एनएच क्र.930 वणी वरोरा महामार्ग के लिए सैकड़ो किसानों की जमीनो को लेकर इस मार्ग का निर्माण किया गया है। जबकि किसानों और आस पास के लोगो के हित में किसी प्रकार अपेक्षित कार्य नही किया गया है। इस मार्ग पर स्थित पटाला में वर्धा नदी पर बन रहे पुल का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. इस कारण पुराने पुल से ही तीन-चार माह तक वाहनधारकों को टोल टैक्स चुकाते हुए आवागमन करना पड़ेगा. इस महामार्ग का टोल बूथ सेंबल ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थापित किया गया है. टोलबूथ शुरू किए जाने के बाद समीप के ग्रामवासियों के लिए किसी तरह की सहूलियत नहीं दिए जाने से माजरी, कुचना, सेंबल, नागलोन, पटाला, रालेगांव, मनगांव, थोराना, चालबर्डी, पलसगांव, बिसलोन आदि गांवों के नागरिकों में रोष साफ दिखाई दे रहा है. 15 दिनों में मांगो की पूर्णता देख तीव्र आंदोनल की चेतावनी दी गयी है। इस आंदोलन में पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रवीण सुर नेतृत्व में सभी गांवों के सरपंच,उपसरपंच व सदस्य और सैकड़ो नागरिक इस आंदोलन में शामिल थे।