Home कोरोना वायरस कॅरोना वैक्सीन के लिए दर-दर भटक रहे लोग.

कॅरोना वैक्सीन के लिए दर-दर भटक रहे लोग.

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सही नियोजन के अभाव में नागरिकों को नहीं मिल रही सूचना.
टीका केन्द्र बढ़ाने की मांग.
माजरी।।
भद्रावती तहसील के माजरी क्षेत्र के अन्तर्गत पिछले माह से अब तक कॅरोना बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया है,कॅरोना बीमारी की अप्रत्याशित बढ़ोतरी तथा मौत के बढ़ते हुए आंकड़े के कारण नागरिकों को अपनी जान बचाने के लिए वैक्सीन लगवाना अब जरूरत बन गयी है.लेकिन स्वास्थ्य विभाग के वैक्सिनेशन प्रक्रिया के खामियों के कारण स्थानीय नागरिकों को परेशान होना पड़ रहा है.माजरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत कुल दर्जनभर गांवों का समावेश होने के साथ ही करीब पच्चीस हजार नागरिकों के स्वास्थ्य सेवा की जिम्मेदारी भी है.पिछले तीन माह से वैक्सिनेशन का काम शुरू है सही समय से वैक्सिनेशन की जानकारी ना मिलने से नागरिकों को अपनी रोजी-रोटी छोड़कर दर-दर भटकने की मजबूरी बन गयी है. स्थानीयों को जब भी किसी माध्यम से नजदीकी केन्द्रों पर टीका उपलब्ध होने की जानकारी मिलती है तो टीकाकरण केन्द्र पर सुबह पाँच बजे से ही नम्बर लगाने के लिए कतारें लग जाती है, वैक्सिनेशन केन्द्रों पर निश्चित समय पर वैक्सीन का उपलब्ध न होना तथा प्रचार-प्रसार के अभाव और जनप्रति -निधियों के बीच समन्वय न होने से हजारों लोगों की भीड़ कॅरोना के नियमों को तोड़ते हुए जमा हो जाती है जो कि जनसामान्य के लिये घातक साबित हो सकती है.माजरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत वेकोलि माजरी के क्षेत्रीय अस्पताल के माध्यम से कुचना वसाहत में वैक्सिनेशन का कार्य शुरू है,माजरी कॉलरी में इस क्षेत्र की दो तिहाई जनसंख्या निवास करती है जिसके लिए अबतक एक भी वैक्सिनेशन केंद्र नहीं खोला गया जबकि पटाला बस्ती तथा कुचना बस्ती में भी ग्राम पंचायत को वैक्सिनेशन की जिम्मेदारी दी गई कुचना बस्ती के कुछ जनप्रतिनिधियों ने कूपन को अपने कब्जे में लेकर अपने समर्थकों तथा वोटरों को ही कूपन बांटने का कार्य किया जिसके कारण कुचना बस्ती के नागरिकों में नाराजगी बतायी जा रही है जबकि कूपन बांटने का कार्य कर्मचारियों का है इस तरह की शिकायत अन्य स्थानों से भी मिल रही है जिसमें सरकारी यन्त्रणा को सुधार करने की जरूरत है। इस वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए माजरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. रिजवाना से सम्पर्क करने का प्रयास जब भी किया गया तो उनका मोबाईल व्यस्त अथवा नाट रिचेबल ही मिला.